आयुष्मान योजना में खुली लूट: प्रभा हॉस्पिटल ने गरीब मरीजों से जबरन वसूले जा रहे हजारों हजार रुपये

आयुष्मान योजना में खुली लूट: प्रभा हॉस्पिटल ने गरीब मरीजों से जबरन वसूले जा रहे हजारों हजार रुपये


बिलासपुर। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य गरीबों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराना है, लेकिन बिलासपुर के प्रभा हॉस्पिटल में इस योजना का खुलेआम दुरुपयोग किया जा रहा है। यहां मरीजों से जबरन हजारों रुपये वसूले जा रहे हैं, जबकि उनके आयुष्मान कार्ड से भी अस्पताल भुगतान प्राप्त कर रहा है।

मरीज विजय कोशले की आपबीती – 8000 रुपये की अवैध वसूली!

इलाज करा चुके विजय कोशले ने बताया कि उन्होंने आयुष्मान कार्ड के तहत इलाज के लिए भर्ती हुए थे, लेकिन डॉक्टर अग्रवाल ने इलाज शुरू करने से पहले 8000 रुपये नकद मांगे। जब इस मामले में डॉक्टर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "यह कोई नई बात नहीं, रॉड अलग से लगाया गया है, इसलिए पैसे लिए गए।"

क्या अस्पताल को मरीजों से अलग से पैसे लेने का अधिकार है?

नियमों के अनुसार, आयुष्मान योजना के तहत चयनित अस्पतालों को मरीजों से इलाज के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेना चाहिए।

हालांकि, कुछ विशेष मामलों में अतिरिक्त शुल्क लिया जा सकता है, लेकिन यह पूरी तरह पारदर्शी होना चाहिए

1. अगर मरीज अतिरिक्त सुविधाएं चाहता है (जैसे प्राइवेट रूम)

2. अगर कोई मेडिकल प्रक्रिया योजना के दायरे में नहीं आती

लेकिन प्रभा हॉस्पिटल बिना वैध कारण के मरीजों से पैसे ले रहा है, जो पूरी तरह अवैध है।

हर मरीज से मांगे जाते हैं हजारों रुपये!

सूत्रों के अनुसार, प्रभा हॉस्पिटल में हर भर्ती मरीज से हजारों रुपये की अवैध वसूली की जाती है। यदि मरीज पैसे देने में असमर्थ होता है, तो इलाज से इनकार कर दिया जाता है।

भ्रष्टाचार पर प्रशासन की चुप्पी!

जब इस मामले में अस्पताल प्रबंधन से जवाब मांगा गया, तो कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। यह संदेह पैदा करता है कि स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारी भी इसमें शामिल हो सकते हैं।

जनता की मांग – प्रभा हॉस्पिटल को किया जाए ब्लैकलिस्ट!

बिलासपुर के नागरिकों और समाजसेवियों ने मांग की है कि:

प्रभा हॉस्पिटल की गहराई से जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

हॉस्पिटल को ब्लैकलिस्ट किया जाए और जबरन वसूले गए पैसे मरीजों को लौटाए जाएं।

स्वास्थ्य विभाग इस घोटाले पर जवाब दे और ठोस कदम उठाए।

अगर आपके साथ भी हुआ है धोखा, तो ऐसे करें शिकायत

अगर किसी मरीज से अवैध पैसे लिए गए हैं, तो वे आयुष्मान हेल्पलाइन (14555 या 1800-111-565) पर शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा, राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण और जिला स्वास्थ्य अधिकारी को भी सूचना देनी चाहिए।

अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन क्या कदम उठाते हैं। क्या दोषी डॉक्टरों और अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई होगी, या गरीब मरीजों से इसी तरह लूट जारी रहेगी?

सूत्रों से पता चला है कि कई मरीज ऐसे भी है जिनसे हजारों हजार रुपए लिए गए है और आयुष्मान कार्ड से भी काटे गए है यह जांच में स्पष्ट होगा कि आखिर सच्चाई क्या है 

आम जनता से अपील

यदि किसी मरीज से आयुष्मान कार्ड से इलाज के दौरान अलग से राशि ली गई है तो वे लोग POWER NEWS 24 BHARAT से संपर्क करे आपका नाम गुप्त रखा जाएगा 

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