HDFC बैंक में बड़ा घोटाला: कर्मचारियों ने खाताधारकों की जमापूंजी IPL सट्टेबाजी में लगा दी

HDFC बैंक में बड़ा घोटाला: कर्मचारियों ने खाताधारकों की जमापूंजी IPL सट्टेबाजी में लगा दी

बैतूल (मध्य प्रदेश), 06 मार्च 2025 – HDFC बैंक की बैतूल शाखा से एक बड़ा वित्तीय घोटाला सामने आया है, जिसमें बैंक कर्मचारियों पर ग्राहकों की फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) और बचत खातों से करोड़ों रुपये निकालकर उन्हें आईपीएल सट्टेबाजी में लगाने के गंभीर आरोप लगे हैं। इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब कुछ ग्राहकों ने अपनी जमा राशि निकालने की कोशिश की और पाया कि उनके खाते से पैसे गायब हो चुके हैं।

घोटाले का खुलासा

बैंकिंग घोटाले का सबसे पहला मामला तब सामने आया जब एक ग्राहक ने अपनी बेटी की शादी के लिए एफडी में जमा किए गए 5 लाख रुपये निकालने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें बताया गया कि उनकी एफडी पहले ही बंद कर दी गई है और पैसे निकाले जा चुके हैं। इसके बाद अन्य ग्राहकों ने भी इसी तरह की शिकायतें दर्ज कराईं। अब तक छह से अधिक खाताधारकों ने अपने पैसे गबन होने की शिकायत की है।

कैसे हुआ घोटाला?

  • शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि बैंक कर्मचारियों ने—
  • ग्राहकों की एफडी राशि को बिना उनकी जानकारी के निकाल लिया।
  • फर्जी क्रेडिट कार्ड जारी कर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किए।
  • सेल्फ चेक और डिजिटल माध्यमों से अवैध तरीके से पैसे निकाले।
  • इस गबन की गई राशि को आईपीएल सट्टेबाजी में निवेश किया।

सूत्रों के मुताबिक, इस घोटाले में बैंक के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की संलिप्तता भी हो सकती है। हालांकि, अभी तक इस पर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

शिकायतों के बाद कार्रवाई शुरू

ग्राहकों की शिकायतों पर पहले तो पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, लेकिन जब मामला कलेक्टर कार्यालय पहुंचा, तो प्रशासन ने तत्काल जांच के आदेश दिए। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।

बैंकिंग प्रणाली पर उठे सवाल

इस घोटाले के सामने आने के बाद आम जनता में गुस्सा है और बैंकिंग प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं। ग्राहकों की मेहनत की कमाई के साथ इस तरह की धोखाधड़ी ने बैंकिंग सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है।

अब देखना यह है कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है। ग्राहक अपने पैसे की वापसी और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। 

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