कतरास थाना चौक से नदी किनारे तक कई जगह फुटपाथ और नालियों पर दुकानदारों का कब्जा, रास्ता हुआ संकीर्ण
कतरास:18-01-2025
पिछले महीने अतिक्रमण हटाओ अभियान का भौकाल मचाने के बाद नगर निगम ने इस अभियान को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। शुरुआती दो-चार दिनों में नगर निगम ने कुछ कार्रवाई करके पूरे कतरास थाना क्षेत्र में भौकाल मचा दिया। इस कार्रवाई से कुछ अतिक्रमणकारी दहशत में आ गए। कुछ दुकानदारों ने नालियों के ऊपर अतिक्रमण किये हुए हिस्से को स्वयं ही हटा लिया ताकि नगर निगम की कार्रवाई में अतिरिक्त नुकसान न उठाना पड़े। लेकिन उसके बाद निगम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान की रफ्तार धीमी कर ली या फिर आप कह सकते हैं कि अतिक्रमण के मामले में निगम ने चुप्पी साध ली। जिसके परिणाम स्वरूप फुटपाथ व नालियों के ऊपर फिर से कब्जा होने लगा।
फुटपाथ व नालियों पर कब्जा के कारण कतरास थाना मोड़ के समीप लगा रहता है जाम
कतरास थाना मोड़ से लेकर नदी किनारे तक कई जगह फुटपाथ व नालियों पर दुकानदारों का कब्जा हो गया। फुटपाथ व नालियों पर ही कपड़ा, बर्तन, नाश्ता, सब्जी, तिलकुट भंडार, ठेले खोमचे सहित दर्जनों दुकान लगाए गए हैं। मकर संक्रांति के अवसर पर सबसे अधिक दुकानें तिलकुट और चूड़ा गुड़ की लगाई गई। फुटपाथ और नालियों पर कब्जा होने के कारण कतरास धनबाद मुख्य मार्ग संकीर्ण हो गया है। जिससे कतरास थाना मोड़ के समीप लगातार जाम की समस्या बनी रहती है। इतना ही नही अतिक्रमण के कारण यात्री को कही भी गाड़ी पार्क करने के लिए जगह नही मिलता है। निगम के द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान की रफ्तार धीमी क्यों कर दी गई है इसका जवाब तो निगम के जिम्मेदार अधिकारी ही दे सकते हैं। लेकिन इतना तो तय है कि निगम की लापरवाही के कारण ही फुटपाथ और नालियों के ऊपर दबंग लोगों ने कब्जा कर रखा है।
दरअसल अतिक्रमण एक ऐसा मुद्दा है जिस पर कोई खुलकर बोलना नही चाहता है। इसी कारण अतिक्रमण एक विकराल समस्या का रूप लेता जा रहा है।
अतिक्रमण पर क्या है विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि जब भी नगर निगम के द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाती है, तब तब इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप कर दिया जाता है। जिससे निगम को बैकफुट पर आना पड़ता है। लेकिन कुल मिलाकर अतिक्रमण बसने का जिम्मेदार नगर निगम ही है। बताते चले कि स्थानीय प्रशासन दिन भर जाम छुड़ाने और लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने में लगे रहते हैं लेकिन अतिक्रमण के मामले में चुप रहना ही बेहतर समझते हैं।
क्या कहते हैं निगम के अधिकारी
निगम के जिम्मेदार अधिकारियों का कहना हैं कि सड़को के किनारे से अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा। जिन जिन लोगों ने नालियों और फुटपाथ पर कब्जा किया है उन पर कार्रवाई की जाएगी। गुहीबांध, कतरास हटिया आदि जगहों को भी अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा।
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