प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की निंदा की, समयबद्ध कार्रवाई की मांग

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की निंदा की, समयबद्ध कार्रवाई की मांग

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली: प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने बीजापुर (छत्तीसगढ़) के युवा फ्रीलांस पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त किया है। क्लब इस जघन्य हत्या की कड़ी निंदा करता है और दोषियों के खिलाफ समयबद्ध कार्रवाई की मांग करता है। क्लब प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया से भी इस मामले पर संज्ञान लेने और राज्य सरकार से उचित कार्रवाई की मांग करने का अनुरोध करता है।



शोक और अपूरणीय क्षति की इस घड़ी में, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया मुकेश चंद्राकर के परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है। चंद्राकर ने 'बस्तर जंक्शन' नामक एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल चलाने के साथ-साथ विभिन्न मीडिया हाउसों के लिए भ्रष्टाचार, आदिवासी अधिकार और संघर्ष प्रभावित बस्तर में हिंसा से जुड़े मुद्दों पर रिपोर्टिंग की थी। स्थानीय पुलिस के अनुसार, 31 वर्षीय पत्रकार, जो 1 जनवरी से लापता थे, का शव बीजापुर में एक ठेकेदार की संपत्ति पर सेप्टिक टैंक में पाया गया।

बस्तर संभाग में पत्रकारों पर हमले और हत्याएं कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन ऐसी घटनाओं को अंजाम देने की छूट अस्वीकार्य है और इस पर प्रभावी ढंग से ध्यान देने की आवश्यकता है। राज्य सरकार को स्थानीय पत्रकारों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून तत्काल लागू करना चाहिए।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया अगले सप्ताह की शुरुआत में क्लब परिसर में एक शोक सभा सह विरोध बैठक आयोजित करने की योजना बना रहा है। विशेष रूप से उन पत्रकारों से, जो इस क्षेत्र को कवर करते हैं, इसमें शामिल होने का अनुरोध किया गया है।

क्या मामला...

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर, जो भ्रष्टाचार, आदिवासी अधिकार और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों पर रिपोर्टिंग करते थे, 1 जनवरी 2025 से लापता थे। परिवार ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

शुक्रवार को स्थानीय पुलिस ने उनका शव एक ठेकेदार की संपत्ति पर बने सेप्टिक टैंक में पाया। पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह हत्या का मामला प्रतीत होता है। मुकेश चंद्राकर एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल 'बस्तर जंक्शन' चलाते थे और विभिन्न मीडिया संस्थानों के लिए भी काम करते थे।

इस घटना ने बस्तर क्षेत्र में पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जहां पहले भी पत्रकारों पर हमले और हत्याएं होती रही हैं। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है और हत्या के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं है।

अब तक की कार्रवाई:

गिरफ्तारी: पुलिस ने मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, तीन अन्य सहयोगियों को भी हिरासत में लिया गया है। 

शव की बरामदगी: मुकेश चंद्राकर का शव रितेश चंद्राकर की संपत्ति पर बने सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया, जहां उसे छुपाने के लिए ऊपर कंक्रीट बिछा दी गई थी। 

जांच जारी: पुलिस सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है और अन्य संभावित संलिप्त व्यक्तियों की तलाश में जुटी है। हत्या के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है।

मीडिया सम्मान परिवार छत्तीसगढ़ ने दी पत्रकार मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि

छत्तीसगढ़: मीडिया सम्मान परिवार छत्तीसगढ़ के सदस्यों ने 3 जनवरी 2025 की रात 9 बजे से 10 बजे के बीच आयोजित एक ऑनलाइन बैठक में दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस बैठक में सभी सदस्यों ने उनके योगदान को याद करते हुए उनकी हत्या की कड़ी निंदा की और 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। सदस्यों ने कहा कि मुकेश चंद्राकर ने बस्तर क्षेत्र में निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता करते हुए समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया।

बैठक के दौरान पत्रकार सुरक्षा को लेकर भी चर्चा की गई। सभी ने एकमत से मांग की कि राज्य सरकार जल्द से जल्द पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करे और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करे।

मीडिया सम्मान परिवार ने मुकेश चंद्राकर के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकारिता जगत ने एक सच्चे और साहसी पत्रकार को खो दिया है।


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