बिलासपुर जिला अस्पताल की डॉक्टर का कारनामा जिंदगी और मौत की बीच जंग लड़ रही सुमन निर्णेजक के नसबंदी ऑपरेशन में लापरवाही बनी वजह परिजनों ने प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार
इलाज में लापरवाही का आरोप मरीज के परिजनों ने की शिकायत डॉक्टर बंदना चौधरी पर
चंद्र कुमार निर्णेजक, सिटी रिपोर्टर बिलासपुर
मस्तूरी निवासी पति विष्णु कुमार निर्णेजक पिता स्वर्ग जयकुमार निर्णेजक वार्ड नंबर 14 राठौर मोहल्ला मस्तूरी सुमन निर्णेजक उम्र 30 वर्ष जिसका पहला बच्चा ऑपरेशन मे दूसरा बच्चा नर्मल हुआ था नसबंदी का ऑपरेशन करने हेतु दिनांक 20/12/2024 सुबह 11:30 जिला अस्पताल बिलासपुर में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बंदना चौधरी के पास उपचार के लिए गए डॉक्टर बंदना चौधरी द्वारा उपचार के दौरान खून जांच रिपोर्ट दिखाने के लिए बोला गया उसके बाद उसी दिन खुद जांच करवाने दिनांक 23.12.24 को खून जांच का रिपोर्ट लेने डॉक्टर बंदना चौधरी के पास रिपोर्ट दिखाने के लिए गए बंदना चौधरी के द्वारा बहलाकर आज कोई कर्मचारी नहीं आया है बोले इसलिए ऑपरेशन नहीं हो पाएगा बोल दिए आपका भी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर जराहाभाटा बिलासपुर छत्तीसगढ़ वहीं चले जाओ वह मेरा हॉस्पिटल है एम के बी हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी इलाज में ₹15000 खर्च आएगा मैं फोन कर देता हूं करके वह चली गई उसमें काफी समय लग गया, उसके बाद दिनांक 24.122024 को मरीज के हालत ठीक है कहते हुए मरीज का हॉस्पीटल से छुट्टी करा दिये, जबकि हम लोग मरीज को बार-बार उल्टी हो रहा है बोलने पर भी डॉक्टर द्वारा यह समझाईस देते हुए कि मैं मेडिसीन लिख दी हूँ उसे घर जाकर खिला देना उल्टी ठीक हो जायेगी। उसके बाद घर ले जाने के बाद भी उल्टी हो रहा था तब हम लोग दिनांक 25.122024 से को जब उल्टी बंद नहीं हो रहा था और सास लेने में ज्यादा तकलीफ हुआ तब डॉक्टर बंदना चौधरी को फोन किये तब डॉक्टर के द्वारा कहा गया कि जो मेडीसीन दिया गया है उसे खिलाओं वह ठीक हो जायेगी, उसके बाद भी वह ठीक नहीं हुआ। तब रात्रि 10:00 बजे डॉ. बदना चौधरी द्वारा फोन कर कहा गया कि यदि मरीज की हालत गंभीर है तब उसे जिला अस्पताल लेकर आना और वहा के डॉक्टर से मेरी बात कराना कहा गया।
उसके बाद दिनांक 26.12.2024 की सुबह 3:00 बजे हम लोग मरीज को लेकर जिला अस्पताल बिलासपुर आये तब वहां डॉक्टर बदना चौधरी नहीं थी तब हमने डॉ रूद्राक्ष केशरवानी से प्रारंभिक ईलाज करवाये। उसके बाद डॉ. अनिल गुप्ता सुबह 4:30 बजे मॉर्निंग वाक पर अस्पताल पर चक्कर लगा रहे थे, हमारी परेशानी देखकर रूककर हमसे पूछा कि क्या बात है तब हमने अपती परेशानी एवं मरीज के हालत के बारें में बताया, उस समय मरीज का ब्लड प्रेशर 80/50 था, मरीज की सास उखड़ रही थी फिर प्राथमिक उपचार आई.सी.यू. में चालू किया गया जो सुबह 4:30 बजे से सुबह 9:00 बजे तक ईलाज चला। सुबह 9:30 बजे डॉ. नितिश राय द्वारा राउण्ड लेने आये तब मरीज की हालत को देखकर सिटी स्कैन की सलाह दी गई। सुबह 12:00 बजे मरीज को लेकर हम बिलासपुर सिटी स्कैन एण्ड रिसर्च सेंटर मसानगज बिलासपुर लेकर गये और वहां उसका सिटी स्कैन करवाया। रिपोर्ट के अनुसार मरीज के अंतड़ियों में छेद था एवं पानी भर गया था। सिटी स्कैन करवाने के बाद दोबारा जिला अस्पताल लेकर गये तब वहां ऑक्सीजन में रखा गया। उसके बाद डॉ. नितिश राय को रिपोर्ट दिखाये तब डॉ. नितिश राय द्वारा रिपोर्ट देखकर यह बताया कि मरीज का बड़ी आंत कट गया है और जिसके वजह से इनफेक्शन पूरे शरीर में फैल गया है उसका बचना मुश्किल है।
आप लोग मरीज को ले जाकर सिम्स अस्पताल या अन्य अस्पताल में उसका ईलाज करवाईये, तब हम लोग ने बेहतर उपचार (मरीज की जान बचाने हेतु) के लिए अपोलो अस्पताल बिलासपुर लेकर गये तब वहां के एमरजेंसी वार्ड में ले जाने के बाद वहा के ड्यूटी डॉक्टर द्वारा देखा और बोला गया कि मरीज की हालत अत्यंत गंभीर है. उसका बचने की संभावना कम है तब हम लोग काफी निवेदन करने बाद हमसे डेथ ऑन टेबल के कंसल्ट फार्म पर हस्ताक्षर लेने के बाद अपोलो प्रबंधक द्वारा भर्ती कर ईलाज प्रारंभ किया गया और वहां के डॉक्टर द्वारा बताया गया कि मरीज को वेंटीलेटर पर रखा गया और मरीज का हालत अत्यंत खराब है वर्तमान में सुमन निर्णेजक अपोलो हॉस्पिटल में है
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