अवैध माइनिंग के खिलाफ शनिवार को ग्रामीणों का गुस्सा भड़का। ग्रामीण लगातार पुलिस और सीआईएसएफ से अवैध माइंस को बंद कराने की शिकायत कर रहे थे लेकिन ना तो पुलिस और ना ही सीआईएसएफ इस मुहाने को बंद करने की कार्रवाई कर रही थी
कतरास: 28-12-2024
शनिवार को महिलाओं का गुस्सा भड़का और उन्होंने सीआईएसएफ के वाहन को घेरा कुछ महिलाएं सीआईएसएफ के वाहन पर बैठ गई। जिसके बाद मजबूर होकर सीआईएसएफ और पुलिस की टीम को अवैध माइंस के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी। दरअसल, यह मामला बाघमारा पुलिस अनुमंडल के कतरास थाना क्षेत्र अंतर्गत अंगारपथरा ओपी क्षेत्र का है। जहां कथित तौर पर स्थानीय पुलिस और सीआईएसएफ के संरक्षण में अवैध माइनिंग के जरिए कोयले का उत्खनन किया जा रहा है।
अवैध माइंस के सवालों से भागते अफसर
इस अवैध माइंस के मुहाने के बाहर कोयले के भंडार से भरे बोरे इस बात की चीख-चीख कर गवाही दे रहे हैं कि पुलिस और सीआईएसएफ के संरक्षण में ही बड़े पैमाने पर यहां से कोयले की तस्करी का गोरखधंधा चल रहा है। इस संबंध में ना तो स्थानीय पुलिस के पास इसका जवाब है और ना ही सीआईएसएफ के पास। जबकि सीआईएसएफ की कैंप माइंस से महज 300 मीटर की दूरी पर है।
स्थानीय महिला नीलम देवी ने बताया कि अवैध माइनिंग के कारण हमारा घर धंसने की कगार पर है। उन्होंने कहा हम लोग माइंस के अंदर घुसकर देखे हैं, अंदर जो स्थिति है, उससे आज नहीं तो कल हमारा घर जमीन के अंदर धंस जाएगा। हम लोग कब मर जाएंगे, हमारी जिंदगी का कोई भरोसा नहीं है। माइंस के अंदर से कोयला काटा जा रहा है। बीसीसीएल की यह पुरानी माइंस है। आबादी वाले क्षेत्र में बीसीसीएल के द्वारा माइनिंग के दौरान पिलर छोड़ा गया था। जिसके ऊपर हमलोगों का घर टीका हुआ है। कोयला तस्करों के द्वारा उसी सेफ्टी वाले पिलर को काटकर अवैध उत्खनन किया जा रहा है। कोयले वाली पिलर को अगर काट दिया जाएगा तो घर भी उसी में समा जाएगा।
स्थानीय महिला आरती ने बताया कि आसपास इसके छह अवैध माइंस चलाया जा रहा हैं। हम चाहते हैं कि सभी माइंस को बंद कर दिया जाए। अवैध माइंस के चलने से घर के आसपास भू-धंसान होने लगा है। हम लोग अगर मर जाएंगे तो हम लोगों को कोई कुछ देने वाला नहीं है। लगातार शिकायत करने के बाद भी पुलिस और सीआईएसएफ कार्रवाई नहीं करती है। आज सीआईएसएफ वाहन को रोका और उसका घेराव ही नहीं किया बल्कि उसके वाहन में बैठे, तब जाकर अवैध माइंस की भराई शुरू हुई।
स्थानीय महिला रिहाना खातून ने कहा कि कोयला निकालने के कारण हमारा घर कभी भी धंस सकता है। हम नहीं चाहते हैं कि यहां कोयले का उत्खनन हो।
मौके पर मौजूद सीआईएसएफ के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर उत्तम चंद अहरिहार से पूछा गया कि यहां क्या कार्रवाई चल रही है, तो वह जवाब देने में आनाकानी करने लगे। उन्होंने कहा हमारे अफसरों से पूछो हम नहीं जानते हैं। घटना को लेकर जब अंगारपथरा ओपी प्रभारी विशाल विधाता से भी पूछने पर वह भी मामले से पीछा छुड़ाते नजर आए।
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