सुशासन के एक वर्ष: दिव्यांगजनों का सम्मान और नशामुक्ति का संकल्प
परिसर के प्रार्थना सभा भवन में दिव्यांगजनों के सम्मान का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में प्रतिभाशाली और उत्कृष्ट कार्य करने वाले दिव्यांगजनों को सम्मानित किया गया।
संयुक्त संचालक श्रद्धा एस मैथ्यू ने विभाग की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए सम्मानित दिव्यांगजनों को बधाई दी। नोडल अधिकारी हरीश सक्सेना ने स्वागत भाषण में दिव्यांगजनों से अपील की कि वे अपनी प्रतिभाओं का उपयोग समाज कल्याण के लिए जारी रखें।
नशामुक्त भारत अभियान पर जागरूकता:
कार्यक्रम के दौरान नशामुक्त भारत अभियान के तहत दिव्यांगजनों और उपस्थित जनसमुदाय को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया गया और नशामुक्त रहने की शपथ दिलाई गई।
दिव्यांगजनों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां:
कार्यक्रम में दिव्यांगजनों ने एकल गायन, समूह गायन और नृत्य के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विभागीय कलापथक दल ने नशे के दुष्प्रभावों को गीत-संगीत के माध्यम से प्रस्तुत किया।
सम्मानित दिव्यांगजन:
दिव्यांगता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले डॉ. रविशंकर पटेल, हीरामणी देवांगन, कांति दुबे, अनुपम मिश्रा, संजय यादव, अंशु गौड़, डॉ. शोभा मिश्रा, पूर्णिमा पांडेय, निरंकार तिवारी, संतोष देवांगन, गंगा साहू सहित 20 से अधिक दिव्यांगजनों को मंचस्थ अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की सफलता में सराहनीय योगदान:
कार्यक्रम को सफल बनाने में संयुक्त संचालक श्रद्धा मैथ्यू, नोडल अधिकारी हरीश सक्सेना, जिला पुनर्वास अधिकारी सरस्वती जायसवाल सहित कई अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों का सहयोग सराहनीय रहा।
विशेष उपस्थिति:
कार्यक्रम में विभिन्न संस्थाओं के दिव्यांग छात्र-छात्राएं, जैसे आश्रयदत्त कर्मशाला, शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय, ब्रेल प्रेस, जिला पुनर्वास केंद्र, आनंद निकेतन, जस्टिस तन्खा मेमोरियल, सत्य साई हेल्प वे, और ज्ञानदीप स्पर्श कन्या विद्यालय के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
यह आयोजन न केवल दिव्यांगजनों के
योगदान को सम्मानित करने का प्रयास था, बल्कि नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल भी साबित हुआ।
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