तोपचांची हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन की मुहिम: "ऐसे ना जाओ छोड़कर"
तोपचांची धनबाद: पिकनिक और छुट्टियां अक्सर मस्ती और आराम का समय होती हैं, लेकिन इसी दौरान पर्यावरण को गंदा करने की समस्या भी सामने आती है। इसी चुनौती से निपटने के लिए तोपचांची हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन ने एक अनूठी मुहिम, "ऐसे ना जाओ छोड़कर", की शुरुआत की है।
मुहिम का उद्देश्य
इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य लोगों को यह सिखाना है कि पिकनिक और अन्य मनोरंजन स्थलों को गंदा छोड़ना पर्यावरण और समाज के लिए हानिकारक है। फाउंडेशन का मानना है कि हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह अपने द्वारा किए गए कचरे को साफ करे और एक स्वच्छ वातावरण बनाए रखे।
कैसे चलाई जाती है यह मुहिम?
यह अभियान विशेष रूप से धनबाद जिले के तोपचांची क्षेत्र में स्थित पर्यटक स्थलों पर नए वर्ष के प्रारंभ से पांच दिन पहले शुरू किया जाता है। इस दौरान फाउंडेशन के सदस्य और स्थानीय निवासी मिलकर पिकनिक स्थलों की सफाई करते हैं और वहां आए लोगों को जागरूक करते हैं।
स्थानीय लोग पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में सक्रिय भागीदारी निभाते हैं। फाउंडेशन के सदस्य बैनर, पोस्टर और व्यक्तिगत संवाद के माध्यम से लोगों को समझाते हैं कि स्वच्छता बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।
फाउंडेशन के संस्थापक गौकुल मुखर्जी ने कहा:
"हमारा उद्देश्य सिर्फ पर्यावरण को साफ रखना नहीं है, बल्कि समाज में जिम्मेदारी की भावना पैदा करना भी है। पिकनिक स्थल या सार्वजनिक स्थान को साफ-सुथरा छोड़कर जाना हमारी जिम्मेदारी है। यह पहल हमारे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करेगी।"
फाउंडेशन की अन्य पहलें
तोपचांची हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन केवल पर्यावरण के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि समाज के उत्थान के लिए भी कई योजनाएं चलाता है, जैसे:
- ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान करना।
- जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री वितरित करना।
- त्यौहारों के दौरान गरीब बच्चों के साथ खुशियां बांटना।
नगर वासियों का योगदान
तोपचांची क्षेत्र के नागरिक इस मुहिम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी सक्रिय भागीदारी ने इस मुहिम को एक जन आंदोलन का रूप दे दिया है।
हमारी जिम्मेदारी
फाउंडेशन का संदेश साफ है:
"जहां भी जाएं, वहां साफ-सफाई का ध्यान रखें। पर्यावरण को गंदा न करें और अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और सुंदर दुनिया छोड़ें।"
आइए, हम सभी इस मुहिम का हिस्सा बनें और अपने समाज व पर्यावरण के लिए एक सकारात्मक बदलाव लाएं। "ऐसे ना जाओ छोड़कर" मुहिम का समर्थन करें और एक स्वच्छ भारत के निर्माण में योगदान दें।
"स्वच्छता का संकल्प: तोपचांची हेल्पिंग हैंड्स का प्रयास"
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