बिलासपुर नगर निगम चुनाव: 70 वार्डों का आरक्षण तय, समीकरण में बड़ा बदलाव
गुरुवार को बिलासपुर नगर निगम के 70 वार्डों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो गई। इस प्रक्रिया ने कई दिग्गज नेताओं के वार्ड समीकरण को बदलकर रख दिया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से वार्डों का आरक्षण तय किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और आम नागरिक मौजूद थे।
5.14 लाख मतदाता करेंगे मतदान
बिलासपुर नगर निगम के 70 वार्डों में कुल 5.14 लाख मतदाता हैं। इनमें से अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए 11 वार्ड, अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के लिए 4 वार्ड, पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 18 वार्ड, और सामान्य वर्ग के लिए 37 वार्ड आरक्षित किए गए हैं।
अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए आरक्षण
नगर निगम में अनुसूचित जाति की कुल जनसंख्या 15.79 प्रतिशत है। इस आधार पर एससी वर्ग के लिए 11 वार्ड आरक्षित किए गए हैं। इनमें से वार्ड क्रमांक 21, 3, 4, 25, 67, 2, 1, 53, 7, 8 और 49 शामिल हैं। इनमें से वार्ड क्रमांक 21, 8, 3 और 25 अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं।
अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के लिए आरक्षण
एसटी वर्ग के लिए 4 वार्ड आरक्षित किए गए हैं। इनमें वार्ड क्रमांक 12, 14, 43 और 59 शामिल हैं। इनमें से वार्ड क्रमांक 59 अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है।
पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण
पिछड़ा वर्ग के लिए 18 वार्ड आरक्षित किए गए हैं। इनमें से 6 वार्ड (क्रमांक 18, 31, 16, 38, 27 और 34) महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। अन्य आरक्षित वार्ड क्रमांक 17, 34, 63, 22, 27, 18, 38, 45, 69, 48, 15, 65, 13, 51, 16, 31, 47 और 30 हैं।
सामान्य वर्ग के लिए आरक्षण
सामान्य वर्ग के लिए कुल 37 वार्ड आरक्षित किए गए हैं। इनमें से 12 वार्ड (क्रमांक 55, 57, 23, 26, 20, 37, 11, 54, 44, 62, 6 और 68) महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। शेष 25 वार्ड सामान्य वर्ग के लिए खुले हैं।
वार्ड आरक्षण ने बदले समीकरण
इस आरक्षण प्रक्रिया ने कई दिग्गज नेताओं के राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित किया है। कई नेता, जिनके वार्ड अब आरक्षित हो गए हैं, नए रणनीति बनाने की तैयारी में जुट गए हैं। वहीं, महिला आरक्षण ने महिलाओं को चुनाव में भागीदारी का बेहतर मौका दिया है।
जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की प्रतिक्रिया
आरक्षण की प्रक्रिया को लेकर जनप्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। कई ने इसे सकारात्मक कदम बताया, तो कुछ ने आरक्षण के आधार पर अपनी असहमति जताई। हालांकि, चुनावी माहौल बनने के साथ सभी राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों के चयन और रणनीति तैयार करने में लग गए हैं।
बिलासपुर नगर निगम चुनाव के नतीजे अब यह तय करेंगे कि आरक्षण के इस नए समीकरण से किसे फायदा होगा और किसे नुकसान।
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