10 दिनों से बाघमारा अंचल में रैयतों का धरना जारी, रैयतों में उबाल
समस्याओं का निपटारा नही हुआ तो 27 को होगा सीओ का पुतला दहन- ग्राम स्वराज
कतरास धनबाद झारखंड: जमीन संबंधित विभिन्न समस्याओं को लेकर ग्राम स्वराज अभियान के बैनर तले पिछले 10 दिनों से रैयतों का धरना अंचल कार्यालय बाघमारा में जारी है। अंचल कार्यालय के द्वारा धरना में बैठे रैयतों से कोई शुध नहीं लिया जा रहा है और ना ही धरना समाप्त करने की दिशा में अंचल के अधिकारियों के द्वारा कोई पहल करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा लगता है जैसे अंचल कार्यालय बाघमारा में सरकारी कार्य नहीं बल्कि अंग्रेजों की हुकूमत चल रही है। अंचल के बाबुओं को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि उसके दरवाजे पर कौन रैयत कितने महीनों से चक्कर लगा रहा है या फिर किस गरीब और पीड़ित के साथ अन्याय हो रहा है या उसकी जमीन छीनी जा रही है। उन्हें तो बस साहब वाली कुर्सी में बैठकर नेताओं जैसा भाषण देने का आदत हो गया है।
इधर ग्राम स्वराज अभियान ने आंदोलन में तेजी लाते हुए आगामी 27 दिसंबर को अंचल अधिकारी बाघमारा का पुतला फूँकने का ऐलान कर दिया है। ग्राम स्वराज अभियान के संस्थापक जगत महतो ने कहा कि रैयत पिछले 10 दिनों से लगातार अपनी समस्याओं को लेकर अंचल कार्यालय बाघमारा के सामने बैठे हुए हैं लेकिन अंचल अधिकारी ना तो इसका निदान कर रहे हैं और ना ही धरनार्थियों का हालचाल लेना जरूरी समझ रहे हैं। इसके उलट धरनार्थियों को जेल भेजने की धमकी दे कर धरना खत्म करने का कोशिश कर रहे हैं। श्री महतो ने कहा कि समस्याएं का हल नहीं हुआ तो कहा कि आने वाले समय में धरना आंदोलन के रूप ले लेगा। रैयतों की समस्याओं का हल नहीं होने तक आंदोलन लगातार बढ़ेगा। मौके पर मुसीब अख्तर खान, सुमित्रा देवी, आरटीआई कार्यकर्ता सह रैयत अरबिन्द सिन्हा, विशाल कुमार महतो, तीता कुमारी उर्फ लक्ष्मी देवी, कैलाश रजवार, कमल महतो, दिलीप कु महतो, सलिक मिस्त्री, रूपेश रवानी, राजा राम महतो, शांती देवी, गौरी देवी, जरिए देवी, मालती देवी, लखी देवी, अंजली देवी, सारू देवी, पदावती देवी, रेशमी देवी, उर्मिला देवी आदि बैठें थे।
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