डीएमवीवी भारतीय महिला शक्ति फाउंडेशन: एक संगठन, एक आंदोलन
परिचय
डीएमवीवी भारतीय महिला शक्ति फाउंडेशन महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए समर्पित एक प्रमुख संगठन है। यह संगठन न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक और मानसिक स्तर पर भी महिलाओं की स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए कार्य करता है। फाउंडेशन की स्थापना श्री दुलाल मुखर्जी द्वारा की गई, जो अपने कठिन जीवन अनुभवों से प्रेरित होकर समाज के कमजोर वर्गों की सेवा के लिए समर्पित हैं। यह संगठन एक बड़े आंदोलन के रूप में उभरा है, जो महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।
संगठन का जन्म और उद्देश्य
श्री दुलाल मुखर्जी ने जीवन में कई संघर्ष झेले। 10वीं तक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद, उन्होंने मजदूरी, होटल वेटर, चाय की टपरी, और ट्रक ड्राइवर जैसे छोटे काम किए। इन कठिन परिस्थितियों में भी, उनके मन में समाजसेवा का विचार कभी कम नहीं हुआ। उनकी सोच थी कि समाज में महिलाओं और कमजोर वर्गों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संगठित प्रयासों की जरूरत है। इसी विचार को मूर्त रूप देते हुए उन्होंने डीएमवीवी भारतीय महिला शक्ति फाउंडेशन की स्थापना की।
मूल उद्देश्य:
1. महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना।
2. स्व रोजगार क्रांति योजना के माध्यम से उन्हें स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना।
3. समाज के कमजोर वर्गों के लिए शिक्षा, कौशल विकास और संसाधन उपलब्ध कराना।
4. महिलाओं के अधिकारों और सम्मान के लिए जागरूकता फैलाना।
स्व रोजगार क्रांति योजना
यह फाउंडेशन की प्रमुख योजना है, जिसके तहत महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाता है, ताकि वे खुद के कुटीर उद्योग या व्यवसाय शुरू कर सकें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम: महिलाओं को सिलाई, बुनाई, खाद्य प्रसंस्करण, और हस्तशिल्प जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाता है।
वित्तीय सहायता: स्वरोजगार शुरू करने के लिए संसाधन और छोटी पूंजी प्रदान की जाती है।
नियम: स्व सहायता समूहों और महिलाओं से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता।
संगठन की संरचना और नेतृत्व
डीएमवीवी भारतीय महिला शक्ति फाउंडेशन की संरचना को इस तरह तैयार किया गया है कि यह जमीनी स्तर तक प्रभावी रूप से कार्य कर सके।
1. राष्ट्रीय स्तर: केंद्रीय नीति निर्माण और प्रबंधन।
2. राज्य स्तर: योजनाओं का क्षेत्रीय कार्यान्वयन।
3. जिला स्तर: स्थानीय परियोजनाओं और कार्यक्रमों का प्रबंधन।
4. ब्लॉक स्तर: समुदाय आधारित कार्यक्रमों का संचालन।
नेतृत्व और प्रेरणा:
संस्थापक और अध्यक्ष: श्री दुलाल मुखर्जी
उनकी प्रेरणा और दृष्टिकोण ने संगठन को एक मजबूत आधार प्रदान किया।
महिला सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम
1. आर्थिक सहयोग: कमजोर वर्ग की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना।
2. सामाजिक जागरूकता: महिलाओं के अधिकारों, शिक्षा, और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना।
3. गैर-लाभकारी दृष्टिकोण: फाउंडेशन यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी महिला शुल्क या अन्य आर्थिक बोझ से बाधित न हो।
संगठन की प्रमुख उपलब्धियां
1. हजारों महिलाओं को प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाया।
2. कई राज्यों में स्व रोजगार क्रांति योजना को सफलतापूर्वक लागू किया।
3. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता फैलाई।
4. आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों की महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं।
संपर्क और मुख्यालय
मुख्यालय: बिलासपुर, छत्तीसगढ़
निष्कर्ष
डीएमवीवी भारतीय महिला शक्ति फाउंडेशन केवल एक संगठन नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए एक जीवनदायिनी शक्ति है। यह संगठन महिलाओं को उनकी योग्यता पहचानने और आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान करता है।
श्री दुलाल मुखर्जी की दूरदर्शिता और अडिग संकल्प ने इसे समाज के लिए एक प्रकाशस्तंभ बना दिया है। यह संगठन महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि उनके आत्मसम्मान और अधिकारों को भी पुनर्स्थापित करता है।
"नारी शक्ति, समाज की शक्ति"— इसी आदर्श के साथ फाउंडेशन आगे बढ़ रहा है।
Post a Comment