कतरास: 27-10-2024
रविवार को भारतीय क्लब में महादेव चटर्जी के द्वारा लिखी गई पुस्तक "जुलूस के सपने" और अन्य कविताए पुस्तक का जनवादी लेखक संघ के द्वारा लोकार्पण किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डाक्टर अली इमाम, डॉ मृणाल, डाक्टर अशोक कुमार,, डाक्टर सत्येन्द्र, बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा, डाक्टर स्वामी नाथ पाण्डेय आदि ने संयुक्त रूप से किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुस्तक के लेखक ने बताया की कविता संग्रह 'जुलूस के सपने' मेरी दूसरी प्रकाशित कविता संग्रह है. इस संग्रह में कुल 65 कविताएं हैं. चूँकि संग्रह में पहली कविता का शीर्षक 'जुलूस के सपने' है, इसलिए पूरे संग्रह का नाम भी जुलूस के सपने रखा गया है. मैं अपनी कविताओं के बारे में सिर्फ इतना ही बोल सकता हूं कि जीवन में, जन्म के दिन से लगभग अस्सी वर्ष के उम्र तक मैं जैसा देखता गया, जैसा भाव मेरे मन मे आया उसी के अनुरूप मैं लिखता गया. पुस्तक को जिनके नाम से मैं उत्सर्ग कर रहा हूँ स्व.चण्डी चरण चटर्जी वह मेरे सबसे छोटे भाई थे. वह मात्र सत्ताईस वर्ष के आयु में हमें छोड़कर चले गये. स्मरण करने से कष्ट होता है. अगर मेरी कविता में इसकी गूंज सुनाई पड़ता है तो आश्चर्य क्या है ? अब सवाल है कविता के बारे में मैं क्या बोलूं! मेरे परम आदरणीय, विद्वान मित्र डॉ. अली ईमाम खान साहब 'जुलूस के सपने' की एक विस्तृत भूमिका प्रस्तुत कर चुके हैं. मैं मानता हूं यह भूमिका पूरे संग्रह को एक नजर में देख लेने का एक आईना है. यह पुस्तक प्रकाशित कलेवर में आने तक जिन लोगों ने मुझे मदद दिया जैसे डॉ. अली इमाम खान, डॉ. मृणाल मेरे पुत्र कांचन चटर्जी, पुत्रवधू सुमिता चटर्जी मैं इन सबका आभारी हूं.
पुस्तक प्रकाशित होने के पश्चात् पाठकों के हाथों में जायेगी, पाठक पढेंगे और पढ़ने के बाद निर्णय लेंगे और उनका निर्णय ही सर्वोपरि होगा. सबको धन्वाद करता हूँ.
कार्यक्रम मे जनवादी लेखक संघ के डाक्टर मृणाल, विजय कुमार झा , उदय सिंह, प्रभात मिश्रा, उमेश ऋषि , राजेंद्र प्रसाद राजा, योगेन्द्र सिंह, नारायण प्रजापति, स्वामी नाथ पाण्डेय, विकास कुमार ठाकुर, निर्मल कुमार भाष्कर, अरविंद कुमार झा, एप्टा कलाकार विष्णु सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे.
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