कोटा: विधानसभा चुनाव का समय बहुत ही नजदीक है, अभी कुछ पार्टियां अपने प्रत्याशीयों के नाम की घोषणा कर चुके हैं, जबकि कुछ पार्टियां अपने प्रत्याशी की घोषणा अभी तक नहीं किये हैं, चूंकि चुनाव के परिणाम में चेहरा बहुत महत्व रखता है, ऐसे में आम जनता एवं प्रत्याशीयों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। कुछ ऐसे ही हालात कोटा विधानसभा क्षेत्र में नजर आ रहा है, जहां भाजपा से प्रबल प्रताप सिंह जुदेव, कांग्रेस से अटल श्रीवास्तव एवं आम आदमी पार्टी से पंकज जेम्स का नाम घोषित किया जा चुका है, जबकि जोगी कांग्रेस के मंशा पर अभी भी प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है, लेकिन जोगी कांग्रेस के मौजूदा विधायक डा. रेणु जोगी का क्षेत्र में लगातार भ्रमण एवं पंचायतों में गंजा वितरण करवाने से ऐसा प्रतीत होता है कि जोगी कांग्रेस से डा. रेणु जोगी ही प्रत्याशी रहेगी, इसी प्रकार बसपा एवं गोंगपा से भी अभी तक प्रत्याशीयों की घोषणा नहीं हुई है। अगर जोगी कांग्रेस से डा. रेणु जोगी चुनाव लड़ती है तो मुकाबला त्रिकोणीय होगा, हालांकि जोगी कांग्रेस का प्रभाव कम होने एवं विधायक बनने के बाद क्षेत्र में निष्क्रियता के कारण रेणु जोगी के लोकप्रियता में कमीं देखी जा रही है, जिससे यह कहना भी मुश्किल है कि डा रेणु जोगी बहुमत हासिल कर पाएगी, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव पिछले चुनाव प्रत्याशी के अपेक्षा ज्यादा प्रभावी, सर्वमान्य एवं दमदार चेहरा के रूप में देखा जा रहा है, जिसके कारण कांग्रेस का मत बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। वही आम आदमी पार्टी एवं प्रत्याशी पंकज जेम्स का कोटा विधानसभा क्षेत्र में प्रभाव कम देखने को मिल रहा है, लेकिन फिर भी पहले के तुलना में पार्टी के कार्यकर्ताओं की सक्रियता एवं सदस्यता अभियान के कारण ग्राफ बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इस विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जुदेव का नाम बहुत ही दमदार एवं सर्वमान्य चेहरा के रूप में देखा जा रहा है, हालांकि सर्वप्रथम नाम घोषित होने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा बाहरी (पैराशूट) प्रत्याशी नहीं चाहने बाबत् विरोध हुआ था, लेकिन बाद में धीरे-धीरे स्वीकार के साथ सर्वमान्य एवं दमदार चेहरा माना जा रहा है। चूंकि प्रबल प्रताप, स्व. दिलीप सिंह जूदेव जी के सुपुत्र हैं एवं हिन्दू वादी विचारधारा के कारण लोगों में उनका अलग ही वर्चस्व है, ऐसे में पिछले चुनाव के तुलना में उनके व्यक्तिगत प्रभाव से भाजपा के वोट बढ़ने की पूर्ण संभावना जताई जा रही है।
इस विष्लेषण में भाजपा के वोट बढ़ रहे है, कांग्रेस के वोट बढ़ रहे हैं, आम आदमी पार्टी के वोट में भी इजाफा हो रहा है, तो वोट घट किसका रहा है..?, जी हां यह एक दिलचस्प सवाल है।
देखिए पिछले विधानसभा चुनाव परिणाम का आंकड़ा.
इसआंकड़े के अनुसार: कांग्रेस का 70 वर्षों से कांग्रेस का अभेद गढ़ रहे कोटा विधानसभा क्षेत्र का रिकॉर्ड टूट गया, कांग्रेस प्रथम स्थान से सीधे तीसरे स्थान पर पहुंच गया, लेकिन ये हैरानी की बात नहीं थी, क्यों कि डा. रेणु जोगी इससे पूर्व दो बार कांग्रेस से उसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुकी थी, उसके तुरंत बाद जोगी कांग्रेस से चुनाव मैदान में उतरने से एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का प्रभाव होने के कारण उसका पूर्ण लाभ रेणु जोगी को मिला, इससे यह कहना भी अतिसंयोक्ति नहीं होगा कि जोगी कांग्रेस के अधिकांशतः वोट कांग्रेस का ही वोट है, दूसरे स्थान पर भाजपा मात्र 3026 वोट से जोगी कांग्रेस से पिछे रही, जबकि उक्त चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के व्यक्ति गत प्रभाव से वोट का इजाफा नहीं हुआ, भाजपा के परंपरागत वोट से ही भाजपा दूसरे स्थान पर रही, तीसरे स्थान पर कांग्रेस रही, जो कि एक नया एवं आंशिकप्रभावशील प्रत्याशी मैदान में उतारने से पार्टी को भारी नुक़सान हुआ, वहीं गोड़वाना गणतंत्र पार्टी चौथे स्थान पर एवं आम आदमी पार्टी पांचवें स्थान पर रही।
विशेषज्ञों के तुलनात्मक अध्ययन :
यदि जोगी कांग्रेस से डा. रेणु जोगी चुनाव मैदान में उतरती है तो मतों की संख्या पूर्व के अपेक्षा बहुत कमीआने की संभावना है, जिससे कांग्रेस को कुछ लाभ जरूर होगा, लेकिन कांग्रेस की जितने की संभावना भी कम रहेगी, क्यों कि वोट जोगी कांग्रेस और कांग्रेस में बंट जाएगा, वहीं गोड़वाना गणतंत्र पार्टी एवं आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस का वोट काट रहे हैं, जबकि भाजपा से प्रबल प्रताप सिंह जुदेव एक प्रभावी चेहरा होने के कारण भाजपा वोटर्स बढ़ने की भी संभावना है। अर्थात ऐसा हुआ तो भाजपा की जीत होने की पूर्ण संभावना है। अगर ऐसा हुआ तो कोटा विधानसभा क्षेत्र में इतिहास बदलने की संभावना नजर आ रही है।
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